11 दिसम्बर लक्ष्मी नारायण प्राण प्रतिष्ठित होगे & अद्भुत खगोलीय घटना अपने चरम पर होगी
13 और 14 दिसंबर की रात को यह अद्भुत खगोलीय घटना अपने चरम पर होगी और 15 दिसंबर को पूर्णिमा होगी, 11 दिसम्बर को बगलामुखी पीठ स्थान बंजारा वाला देहरादून में शेष शैय्या पर विराजमान श्री हरि लक्ष्मी नारायण प्राण प्रतिष्ठित होगे
उसके बाद यह अद्भुत खगोलीय घटना आसमान में होने वाली है जिसकी बदौलत आपको आसमान में ‘टूटते हुए तारों’ की बरसात देखने का मौका मिलेगा रात के समय एक बार फिर आसमान जगमग होने वाला है , पूर्णिमा के मौके पर यह बौछार होने वाली है।
रात के समय आकाश में मिथुन तारामंडल को देखना बेहद आसान है, क्योंकि यह ओरायन नक्षत्र के उत्तर-पूर्व में स्थित है, जो वृषभ और कर्क तारामंडल के बीच मौजूद है। जेमिनिड मीटियोर शावर को देखने का सबसे बढ़िया समय रात को दो बजे का है।
चन्द्रशेखर जोशी आध्यात्मिक मार्ग दर्शक का कहना है कि आसमानी सितारों की चाल को पढ़ने वाले विद्वान ज्योतिष भविष्यवाणी करेगें